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Anuched In Hindi 465 अनुच्छेद के बारे में जाने

Anuched In Hindi भारतीय संविधान 465 अनुच्छेद के बारे में जाने

भारतीय संविधान में वर्तमान समय में 465 अनुच्छेद, तथा 12 अनुसूचियां हैं और ये 22 भागों में विभाजित है। परन्तु इसके निर्माण के समय मूल संविधान में 395 अनुच्छेद @ जो 22 भागों में विभाजित थे इसमें केवल 8 अनुसूचियां थीं।

भाग I : संघ और उसका राज्यव क्षेत्र

अनुच्छेयद विवरण
1 संघ का नाम और राज्यर क्षेत्र
2 नए राज्यों का प्रवेश या स्था पना
2क [निरसन]
3 नए राज्योंर का निर्माण और वर्तमान राज्योंछ के क्षेत्रों, सीमाओं या नामों में परिवर्तन
4 पहली अनुसूची और चौथी अनुसूचियों के संशोधन तथा अनुपूरक, और पारिणामिक विषयों का उपबंध करने के लिए अनुच्छेचद 2 और अनुच्छेतद 3 के अधीन बनाई गई विधियां

 

भाग II: नागरिकता

अनुच्छेअद विवरण
5 संविधान के प्रारंभ पर नागरिकता
6 पाकिस्ताकन से भारत को प्रव्रजन करने वाले कुछ व्य क्तियों के नागरिकता के अधिकार
7 पाकिस्ताकन को प्रव्रजन करने वाले कुछ व्य्क्तियों के नागरिकता के अधिकार
8 भारत के बाहर रहने वाले भारतीय उद्भव के कुछ व्याक्तियों के नागरिकता के अधिकार
9 विदेशी राज्य की नागरिकता, स्वे‍च्छाे से अर्जित करने वाले व्यनक्तियों का नागरिक न होना
10 नागरिकता के अधिकारों को बना रहना
11 संसद द्वारा नागरिकता के अधिकार का विधि द्वारा विनियमन किया जाना

भाग III: मूल अधिकार

साधारण
अनुच्छेेद विवरण
12 परिभाषा
13 मूल अधिकारों से असंगत या उनका अल्पी करण करने वाली विधियां
समता का अधिकार
अनुच्छे द विवरण
14 विधि के समक्ष समानता
15 धर्म, मूलवंश, जाति, लिंग या जन्मज स्थालन के आधार पर विभेद का प्रतिषेध
16 लोक नियोजन के विषय में अवसर की समानता
17 अस्पृिश्ययता का अंत
18 उपाधियों का अंत
स्वचतंत्रता का अधिकार
अनुच्छे द विवरण
19 वाक-स्वरतंत्रता आदि विषयक कुछ अधिकारों का संरक्षण
20 अपराधों के लिए दोषसिद्धि के संबंध में संरक्षण
21 प्राण और दैहिक स्वसतंत्रता का संरक्षण
22 कुछ दशाओं में गिरफ्तारी और निरोध से संरक्षण
शोषण के विरुद्ध अधिकार
अनुच्छे द विवरण
23 मानव और दुर्व्याणपार और बलात्श्रम का प्रतिषेध
24 कारखानों आदि में बालकों के नियोजन का प्रतिषेध
धर्म की स्वखतंत्रता का अधिकार
अनुच्छे द विवरण
25 अंत:करण की और धर्म की अबाध रूप से मानने, आचरण और प्रचार करने की स्व तंत्रता
26 धार्मिक कार्यों के प्रबंध की स्वातंत्रता
27 किसी विशिष्टय धर्म की अभिवृद्धि के लिए करों के संदाय के बारे में स्वरतंत्रता
28 कुल शिक्षा संस्थाेओं में धार्मिक शिक्षा या धार्मिक उपासना में उपस्थित होने के बारे में स्वरतंत्रता
संस्कृेति और शिक्षा संबंधी अधिकार
अनुच्छे द विवरण
29 अल्पछसंख्य क-वर्गों के हितों का संरक्षण
30 शिक्षा संस्थासओं की स्था-पना और प्रशासन करने का अल्पससंख्यिक-वर्गों का अधिकार
31 [निरसन]
कुछ विधियों की व्याखवृत्ति
अनुच्छे द विवरण
31क संपदाओं आदि के अर्जन के लिए उपबंध करने वाली विधियों की व्याावृत्ति
31ख कुछ अधिनियमों और विनियमों का विधिमान्य करण
31ग कुछ निदेशक तत्वोंव को प्रभाव करने वाली विधियों की व्या्वृत्ति
31घ [निरसन]
सांविधानिक उपचारों का अधिकार
अनुच्छेनद विवरण
32 इस भाग द्वारा प्रदत्त अधिकारों को प्रवर्तित कराने के लिए उपचार
32A [निरसन]
33 इस भाग द्वारा प्रदत्त अधिकारों का बलों आदि को लागू होने में, उपांतरण करने की संसद की शक्ति
34 जब किसी क्षेत्र में सेना विधि प्रवृत्त है तब इस भाग द्वारा प्रदत्त अधिकारों पर निर्बन्धशन
35 इस भाग के उपबंधों को प्रभावी करने का विधान

भाग IV: राज्यं की नीति के निदेशक तत्व

अनुच्छेनद विवरण
36 परिभाषा
37 इस भाग में अंतर्विष्ट तत्वों का लागू होना
38 राज्यग लोक कल्याीण की अभिवृद्धि के लिए सामाजिक व्यववस्थाि बनाएगा
39 राज्यग द्वारा अनुसरणीय कुछ नीति तत्वि
39क समान न्या य और नि:शुल्क् विधिक सहायता
40 ग्राम पंचायतों का संगठन
41 कुछ दशाओं में काम, शिक्षा और लोक सहायता पाने का अधिकार
42 काम की न्याेयसंगत और मानवोचित दशाओं का तथा प्रसूति सहायता का उपबंध
43 कर्मकारों के लिए निर्वाह मजदूरी आदि
43क उद्योगों के प्रबंध में कार्मकारों का भाग लेना
44 नागरिकों के लिए एक समान सिविल संहिता
45 बालकों के लिए नि:शुल्क और अनिवार्य शिक्षा का उपबंध
46 अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति तथा अन्यय दुर्बल वर्गों के शिक्षा और अर्थ संबंधी हितों की अभिवृद्धि
47 पोषाहार स्ततर और जीवन स्तनर को ऊंचा करने तथा लोक स्वागस्य्और को सुधार करने का राज्य का कर्तव्यं
48 कृषि और पशुपालन का संगठन
48क पर्यावरण का संरक्षण और संवर्धन और वन तथा वन्या जीवों की रक्षा
49 राष्ट्री य महत्व के संस्माारकों, स्था‍नों और वस्तुयओं का संरक्षण
50 कार्यपालिका से न्याहयपालिका का पृथक्कारण
51 अंतरराष्ट्री य शांति और सुरक्षा की अभिवृद्धि

 

भाग IVक : मूल कर्तव्य्

अनुच्छेनद विवरण
51A मूल कर्तव्य
भाग V: संघ
अध्याछय I. कार्यपालिका
राष्ट्रनपति और उपराष्ट्र्पति
अनुच्छेनद विवरण
52 भारत के राष्ट्र्पति
53 संघ की कार्यपालिका शक्ति
54 राष्टीप्रति का निर्वाचन
55 राष्ट्रकपति के निर्वाचन की रीति
56 राष्ट्रकपति की पदावधि
57 पुनर्निर्वाचन के लिए पात्रता
58 राष्ट्ररपति निर्वाचित होने के लिए अर्हताएं
59 राष्ट्प्रति के पद के लिए शर्तें
60 राष्र्ररपति द्वारा शपथ या प्रतिज्ञान
61 राष्ट्ररपति पर महाभियोग चलाने की प्रकिया
62 राष्ट्ररपति के पद में रिक्ति को भरने के लिए निर्वाचन करने का समय और आकस्मिक रिक्ति को भरने के लिए निर्वाचित व्यवक्ति की पदावधि
63 भारत का उप राष्ट्र्पति
64 उप राष्ट्र पति का राज्‍य सभा का पदेन सभापति होना
65 राष्ट्रटपति के पद में आकस्मिक रिक्ति के दौरान या उसकी अनुपस्थिति में उप राष्टिप्रति का राष्ट्रुपति के रूप में कार्य करना या उसके कृत्योंे का निर्वहन
66 उप राष्ट्र पति का निर्वाचन
67 उप राष्ट्र पति की पदावधि
68 उप राष्ट्र पति के पद में रिक्ति को भरने के लिए निर्वाचन करने का समय और आकस्मिक रिक्ति को भरने के लिए निर्वाचित व्य‍क्ति की पदावधि
69 उप राष्ट्र्पति द्वारा शपथ या प्रतिज्ञान
70 अन्या आकस्मिकताओं में राष्ट्रपपति के कृत्योंन का निर्वहन
71 राष्ट्रटपति या उप राष्ट्र पति के निर्वाचन से संबंधित या संसक्तन विषयत
72 क्षमता आदि की और कुछ मामलों में दंडादेश के निलंबन, परिहार या लघुकरण की राष्ट्रसपति की शक्ति
73 संघ की कार्यपालिका शक्ति का विस्ताडर
मंत्रि-परिषद
अनुच्छेनद विवरण
74 राष्ट्रकपति को सहायता और सलाह देने के लिए मंत्रि-परिषद
75 मंत्रियों के बारे में अन्यत उपबंध
भारत का महान्याोयवादी
अनुच्छे द विवरण
76 भारत का महान्यारयवादी
सरकारी कार्य का संचालन
अनुच्छेकद विवरण
77 भारत सरकार के कार्य का संचालन
78 राष्ट्रकपति को जानकारी देने आदि के संबंध में प्रधानमंत्री के कर्तव्यण

अध्याछय II. संसद

साधारण
अनुच्छेकद विवरण
79 संसद का गठन
80 राज्यक सभा की संरचना
81 लोक सभा की संरचना
82 प्रत्ये क जनगणना के पश्चाेत पुन: समायोजन
83 संसद के सदनों की अवधि
84 संसद की सदस्य ता के लिए अर्हता
85 संसद के सत्र, सत्रावसान और विघटन
86 सदनों के अभिभाषण का और उनको संदेश भेजने का राष्टसप्रति का अधिकार
87 राष्ट्रेपति का विशेष अभिभाषण
88 सदनों के बारे में मंत्रियों और महान्यादयवादी के अधिकार
संसद के अधिकारी
अनुच्छे द विवरण
89 राज्ये सभा का सभापति और उप सभापति
90 उप सभापति का पद रिक्तस होना, पदत्या ग और पद से हटाया जाना
91 सभापति के पद के कर्तव्योंत का पालन करने या सभापति के रूप में कार्य करने की उप सभापति या अन्य व्यचक्ति की शक्ति
92 जब सभापति या उप सभापति को पद से हटाने का कोई संकल्प विचाराधीन है तब उसका पीठासीन न होना
93 लोक सभा और अध्य क्ष और उपाध्यकक्ष
94 अध्यसक्ष और उपाध्य क्ष का पद रिक्त‍ होना, पद त्यानग और पद से हटाया जाना
95 अध्यसक्ष के पद के कर्तव्योंध को पालन करने या अध्यतक्ष के रूप में कार्य करने की उपाध्य क्ष या अन्यप व्य क्ति की शक्ति
96 जब अध्य क्ष या उपाध्यवक्ष को पद से हटाने का कोई संकल्पा विचाराधीन है तब उसका पीठासीन न होना
97 सभापति और उप सभापति तथा अध्य्क्ष और उपाध्यहक्ष के वेतन और भत्ते
98 संसद का सचिवालय
कार्य संचालन
अनुच्छेंद विवरण
99 सदस्यों द्वारा शपथ या प्रतिज्ञान
100 सदनों में मतदान, रिक्तियों के होते हुए भी सदनों की कार्य करने की शक्ति और गणपूर्ति
सदस्योंं की निरर्हताएं
अनुच्छेंद विवरण
101 स्थाछनों का रिक्त होना
102 सदस्येता के लिए निरर्हताएं
103 सदस्यों की निरर्हताओं से संबंधित प्रश्नों पर विनिश्चनय
104 अनुच्छे द 99 के अधीन शपथ लेने या प्रतिज्ञान करने से पहले या निरर्हित किए जाने पर बैठने और मत देने के लिए शास्ति
संसद और उसके सदस्यों की शक्तियां, विशेषाधिकार और उन्मुरक्तियां
अनुच्छे द विवरण
105 संसद के सदनों की तथा उनके सदस्योंे और समितियों की शक्तियां, विशेषाधिकार आदि
106 सदस्यों के वेतन और भत्ते
विधायी प्रक्रिया
अनुच्छेपद विवरण
107 विधेयकों के पुर: स्था पन और पारित किए जाने के संबंध में उपलबंध
108 कुछ दशाओं में दोनों सदनों की संयुक्त बैठक
109 धन विधेयकों के संबंध में विशेष प्रक्रिया
110 “धन विधेयक” की परिभाषा
111 विधेयकों पर अनुमति
वित्तीय विषयों के संबंध में प्रक्रिया
अनुच्छे द विवरण
112 वार्षिक वित्तीय विवरण
113 संसद में प्राक्कवलनों के संबंध में प्रक्रिया
114 विनियोग विधेयक
115 अनुपूरक, अतिरिक्तं या अधिक अनुदान
116 लेखानुदान, प्रत्य्यानुदान और अपवादानुदान
117 वित्त विधेयकों के बारे में विशेष उपबंध
साधारणतया प्रक्रिया
अनुच्छेयद विवरण
118 प्रक्रिया के नियम
119 संसद में वित्तीय कार्य संबंधी प्रक्रिया का विधि द्वारा विनियमन
120 संसद में प्रयोग की जाने वाली भाषा
121 संसद में चर्चा पर निर्बंधन
122 न्या यालयों द्वारा संसद की कार्यवाहियों की जांच न किया जाना
अध्याछय III. राष्ट्र पति की विधायी शक्तियां
अनुच्छेयद विवरण
123 संसद के विश्रांतिकाल में अध्यासदेश प्रख्याकपित करने की राष्ट्रेपति की शक्ति

अध्याछय IV. संघ की न्यादयपालिका

अनुच्छेयद विवरण
124 उच्चछतम न्या यालय की स्थािपना और गठन
125 न्याछयाधीशों के वेतन आदि
126 कार्यकारी मुख्या न्याआयमूर्ति की नियुक्ति
127 तदर्थ न्यामयाधीशों की नियुक्ति
128 उच्चथतम न्याधयालय की बैठकों में सेवानिवृत्त न्याेयाधीशों की उपस्थिति
129 उच्चथतम न्याधयालय का अभिलेख न्यासयालय होना
130 उच्चथतम न्याधयालय का स्थाेन
131 उच्चथतम न्याधयालय की आरंभिक अधिकारिता
131क [निरसन]
132 कुछ मामलों में उच्चा न्या यालयों से अपीलों में उच्चकतम न्या यालय की अपीली अधिकारिता
133 उच्चम न्याचयालयों में सिविल विषयों से संबंधित अपीलों में उच्चचतम न्याययालय की अपीली अधिकारिता
134 दांडिक विषयों में उच्चशतम न्या यालय की अपीली अधिकारिता
134क उच्चितम न्याायालय में अपील के लिए प्रमाणपत्र
135 विद्यमान विधि के अधीन फेडरल न्याययालय की अधिकारिता और शक्तियों का उच्च तम न्या‍यालय द्वारा प्रयोक्तवव्यि होना
136 अपील के लिए उच्च‍तम न्या यालय की विशेष इजाजत
137 निर्णयों या आदेशों का उच्चमतम न्याययालयों द्वारा पुनर्विलोकन
138 उच्चणतम न्याायालय की अधिकारिता की वृद्धि
139 कुछ रिट निकालने की शक्तियों का उच्चकतम न्याृयालय को प्रदत्त किया जाना
139क कुछ मामलों का अंतरण
140 उच्चकतम न्यातयालय की आनुषंगिक शक्तिया
141 उच्चकतम न्यातयालय द्वारा घोषित विधि का सभी न्यालयालयों पर आबद्धकर होना
142 उच्चकतम न्यातयालय की डिक्रियों और आदेशों का प्रवर्तन और प्रकटीकरण आदि के बारे में आदेश
143 उच्चकतम न्यातयालय से परामर्श करने की राष्ट्रपपति की शक्ति
144 सिविल और न्यातयिक प्राधिकारियों द्वारा उच्चकतम न्याटयालय
144क [निरसन]
145 न्या[यालय के नियम आदि
146 उच्च[तम न्याययालय के अधिकारी और सेवक तथा व्यतय
147 निर्वचन

अध्याकय V. भारत के नियंत्रक-महा लेखापरीक्षक
अनुच्छेतद विवरण
148 भारत का नियंत्रक – महा लेखापरीक्षक
149 नियंत्रक महा लेखापरीक्षक के कर्तव्या और शक्तियां
150 संघ के और राज्योंप के लेखाओं का प्ररूप
151 संपरीक्षा प्रतिवेदन

भाग VI: राज्यत

अध्याछय I. साधारण
अनुच्छेतद विवरण
152 परिभाषा

अध्याछय II. कार्यपालिका

राज्यछपाल
अनुच्छेतद विवरण
153 राज्योंल के राज्ययपाल
154 राज्यो की कार्यपालिका शक्ति
155 राज्योपाल की नियुक्ति
156 राज्यो की पदावधि
157 राज्योपाल के पद के लिए शर्तें
158 राज्योपाल के पद के लिए शर्तें
159 राज्योपाल द्वारा शपथ या प्रतिज्ञान
160 कुछ आकस्मिकताओं में राज्यपपाल के कृत्योंर का निर्वहन
161 क्षमा आदि की और कुछ मामलों में दंडादेश के निलंबन, परिहार या लघुकरण की राज्यिपाल की शक्ति
162 राज्य की कार्यपालिका शक्ति का विस्तालर

मंत्रि परिषद
अनुच्छेपद विवरण
163 राज्येपाल को सहायता और सलाह देने के लिए मंत्रि परिषद
164 मंत्रियों के बारे में अन्य उपबंध
राज्यछ का महाविधवक्तां
अनुच्छेपद विवरण
165 राज्ये का महाधिवक्ताऔ
सरकारी कार्य का संचालन
अनुच्छेकद विवरण
166 राज्ये की सरकार के कार्य का संचालन
167 राज्येपाल को जानकारी देने आदि के संबंध में मुख्यरमंत्री के कर्तव्यज

अध्याछय III. राज्यर का विधान मंडल

साधारण
अनुच्छेकद विवरण
168 राज्यों के विधान – मंडलों का गठन
169 राज्यों में विधान परिषदों का उत्सा दन या सृजन
170 विधान सभाओं की संरचना
171 विधान परिषदों की संरचना
172 राज्योंर के विधान-मंडलों की अवधि
173 राज्यो के विधान-मंडल की सदस्यिता के लिए अर्हता
174 राज्यो के विधान-मंडल के सत्र, सत्रावहसान और विघटन
175 सदन और सदनों में अभिभाषण का और उनको संदेश भेजने का राज्यहपाल का अधिकार
176 राज्यरपाल का विशेष अभिभाषण
177 सदनों के बारे में मंत्रियों और महाधिवक्तात के अधिकार
राज्यछ के विधान-मंडल के अधिकारी
अनुच्छेकद विवरण
178 विधान सभा का अध्य क्ष और उपाध्यीक्ष
179 अध्यनक्ष और उपाध्य्क्ष का पद रिक्तत होना, पदत्यािग और पद से हटाया जाना
180 अध्यनक्ष के पद के कर्तव्योंष का पालन करने या अध्य क्ष के रूप में कार्य करने की उपाध्ययक्ष या अन्य व्य क्ति की शाक्ति
181 जब अध्यभक्ष या उपाध्यवक्ष को पद से हटाने का कोई संकल्प विचाराधीन है तब उसका पीठासीन न होना
182 विधान परिषद का सभापति और उप सभापति
183 सभापति और उप सभापति का पद रिक्तउ होना, पदत्यालग और पद से हटाया जाना
184 सभापति के पद के कर्तव्यों का पालन करने या सभापति के रूप में कार्य करने की उप सभापति या अन्यठ व्यशक्ति की शक्ति
185 जब सभापति या उप सभापति को पद से हटाने का कोई संकल्पत विचाराधीन है तब उसका पीठासीन न होना
186 अध्यभक्ष और उपाध्यपक्ष तथ सभापति और उप सभापति के वेतन और भत्ते
187 राज्या के विधान मंडल का सचिवालय
कार्य संचालन
अनुच्छेंद विवरण
188 सदस्योंत द्वारा शपथ या प्रतिज्ञान
189 सदनों में मतदान, रिक्तियों के होते हुए भी सदनों की कार्य करने की शक्ति और गणपूर्ति
सदस्योंं की निरर्हताएं
अनुच्छेंद विवरण
190 स्थाछनों का रिक्त होना
191 सदस्येता के लिए निरर्हताएं
192 सदस्यों की निरर्हताओं से संबंधित प्रश्नोंो पर विनिश्चाय

193 अनुच्छे द 188 के अधीन शपथ लेने या प्रतिज्ञा करने से पहले या अर्हित न होते हुए या निरर्हित किए जाने पर बैठने और मत देने के लिए शास्ति
राज्योंे के विधान-मंडलों और उनके सदस्योंन की शक्तियां, विशेषाधिकार और उन्मुाक्तियां
अनुच्छेेद विवरण
194 विधान-मंडलों के सदनों की तथा सदस्यों् और समितियों की शक्तियां, विशेषधिकार आदि
195 सदस्यों के वेतन और भत्ते
विधायी प्रक्रिया
अनुच्छेपद विवरण
196 विधेयकों के पुर: स्थाथपन और पारित किए जाने के संबंध में उपबंध
197 धन विधेयकों से भिन्न: विधेयकों के बारे में विधान परिषद की शक्तियों पर निर्बंधन
198 धन विधेयकों के संबंध में विशेष प्रक्रिया
199 “धन विधेयक” की परिभाषा
200 विधेयकों पर अनुमति
201 विचार के लिए आरक्षित विधेयक
वित्तीय विषयों के संबंध में प्रक्रिया
अनुच्छे द विवरण
202 वार्षिक वित्तीय विवरण
203 विधान-मंडल में प्राक्कालनों के संबंध में प्रक्रिया
204 विनियोग विधेयक
205 अनुपूरक, अतिरिक्ता या अधिक अनुदान
206 लेखानुदान, प्रत्य्यानुदान और अपवादानुदान
207 वित्त विधेयकों के बारे में विशेष उपबंध
साधारणतया प्रक्रिया
अनुच्छेयद विवरण
208 प्रक्रिया के नियम
209 राज्यर के विधान-मंडल में वित्तीय कार्य संबंधी प्रक्रिया का विधि द्वारा विनियमन
210 विधान मंडल में प्रयोग की जाने वाली भाषा
211 विधान-मंडल में चर्चा पर निर्बंधन
212 न्यानयालयों द्वारा विधन मंडल की कार्यवाहियों की जांच न किया जाना
अध्याछय IV. राज्यरपाल की विधायी शाक्ति
अनुच्छेयद विवरण
213 विधान मंडल के विश्रांतिकाल में अध्या देश प्रख्याजति करने की राज्यवपाल की शक्ति

अध्याछय V. राज्योंम के उच्चा न्याायालय

अनुच्छेयद विवरण
214 राज्यों के लिए उच्चम न्याचयालय
215 उच्चय न्या यालयों का अभिलेख न्याेयालय होना
216 उच्चय न्या यालयों का गठन
217 उच्चय न्या यालय के न्यानयाधीश की नियुक्ति और उसके पद की शर्तें
218 उच्चयतम न्या‍यालय से संबंधित कुछ उपबंधों का उच्चा न्याेयालयों का लागू होना
219 उच्चय न्याययालयों के न्याबयाधीशों द्वारा शपथ या प्रतिज्ञान
220 स्थाययी न्याएयाधीश रहने के पश्चाात विधि-व्यतवसाय पर निर्बंधन
221 न्याययाधीशों के वेतन आदि
222 किसी न्यालयाधीश का एक उच्चश न्या्यालय से दूसरे उच्चव न्यासयालय को अंतरण
223 कार्यकारी मुख्या न्याउयमूर्ति की नियुक्ति
224 अपर और कार्यकारी न्याीयाधीशों की नियुक्ति
224क उच्चा न्याशयालयों की बैठकों में सेवानिवृत्त न्या याधीशों की नियुक्ति
225 विद्यमान उच्चा न्यानयालयों की अधिकारिता
226 कुछ रिट निकालने की उच्च् न्याोयालय की शक्ति
226क [निरसन]
227 सभी न्यानयालयों के अधीक्षण की उच्च न्याियालय की शक्ति
228 कुछ मामलों का उच्चय न्याीयालय को अंतरण
228क [निरसन]
229 उच्च[ न्याययालयों के अधिकारी और सेवक तथा व्यनय
230 उच्च[ न्याययालयों की अधिकारिता का संघ राज्या क्षेत्रों पर विस्ताार
231 दो या अधिक राज्योंय के लिए एक ही उच्च न्याायालय की स्था पना

अध्याछय VI. अधीनस्थ न्याचयालय

अनुच्छेयद विवरण
233 जिला न्याकयाधीशों की नियुक्ति
233क कुछ जिला न्यांयाधीशों की नियुक्तियों का और उनके द्वारा किए गए निर्णयों आदि का विधिमान्यहकरण
234 न्याकयिक सेवा में जिला न्याधयाधीशों से भिन्न व्याक्तियों की भर्ती
235 अधीनस्थ न्या यालयों पर नियंत्रण
236 निर्वचन
237 कुछ वर्ग या वर्गों के मजिस्ट्रेाटों पर इस अध्याेय के उपबंधों का लागू होना
भाग VII: पहली अनुसूची के भाग ख के राज्यर
अनुच्छेयद विवरण
238 [निरसन]

भाग VIII: संघ राज्यक क्षेत्र

अनुच्छेयद विवरण
239 संघ राज्यहक्षेत्रों का प्रशासन
239क कुछ संघ राज्यक क्षेत्रों के लिए स्थाइनीय विधान मंडलों या मं‍त्रि-परिषदों का या दोनों का सृजन
239क दिल्लीघ के संबंध में विशेष उपबंध
239कक सांविधानिक तंत्र के विफल हो जाने की दशा में उपबंध
239कख विधान मंडल के विश्रांतिकाल में अध्याददेश प्रख्यांपित करने की प्रशासक की शक्ति
240 कुछ संघ राज्य क्षेत्रों के लिए विनियम बनाने की राष्ट्र्पति की शक्ति
241 संघ राज्या क्षेत्रों के लिए उच्चव न्या यालय
242 [निरसन]

भाग IX: पंचायत

अनुच्छेयद विवरण
243 परिभाषाएं
243क ग्राम सभा
243ख पंचायतों का गठन
243ग पंचायतों की संरचना
243घ स्थायनों का आरक्षण
243ड पंचायतों की अवधि, आदि
243च सदस्यतता के लिए निरर्हताएं
243छ पंचायतों की शक्तियां, प्राधिकार और उत्तरदायित्वा
243ज पंचायतों द्वारा कर अधिरोपित करने की शक्तियां और उनकी निधियां
243-झ वित्तीय स्थिति के पुनर्विलोकन के लिए वित्त आयोग का गठन
243ञ पंचायतों के लेखाओं की संपरीक्षा
243ट पंचायतों के लिए निर्वाचन
243ठ संघ राज्यक क्षेत्रों को लागू होना
243ड इस भाग का कतिपय क्षेत्रों को लागू नह होना
243ढ विद्यमान विधियों और पंचायतों का बना रहना
243-ण निर्वाचन संबंधी मामलों में न्या यालयों के हस्तठक्षेप का वर्जन

भाग IX क: नगरपालिकाएं

243त परिभाषाएं
243थ नगरपालिकाओं का गठन
243द नगरपालिकाओं की संरचना
243ध वार्ड समितियों, आदि का गठन और संरचना
243न स्थाडनों का आरक्षण
243प नगरपालिकाओं की अवधि, आदि
243फ सदस्यलता के लिए निरर्हताएं
243ब नगरपालिकाओं, आदि की शक्तियां, प्राधिकार और उत्तरदायित्वज
243भ नगरपालिकाओं द्वारा कर अधिरोपित करने की शक्ति और उनकी निधियां
243म वित्त आयोग
243य नगरपालिकाओं के लेखाओं की संपरीक्षा
243यक नगरपालिकाओं के लिए निर्वाचन
243यख संघ राज्यओक्षेत्रों को लागू होना
243यग इस भाग का कतिपय क्षेत्रों को लागू न होना
243यघ जिला योजना के लिए समिति
243यड महानगर योजना के लिए समिति
243यच विद्यमान विधियों और नगरपालिकाओं का बना रहना
243यछ निर्वाचन संबंधी मामलों में न्या यालयों के हस्तनक्षेप का वर्जन

भाग X: अनुसूचित और जनजाति क्षेत्र

अनुच्छेयद विवरण
244 अनुसूचित क्षेत्रों और जनजाति क्षेत्रों का प्रशासन.
244क असम के कुछ जनजाति क्षेत्रों को समाविष्टय करने वाला एक स्व शासी राज्यस बनाना और उसके लिए स्थासनीय विधान मंडल या मंत्रि परिषद का या दोनों का सृजन.

 

भाग XI: संघ और राज्योंय के बीच संबंध

अध्या य I. विधायी संबंध
विधायी शक्तियों का वितरण
अनुच्छेशद विवरण
245 संसद द्वारा राज्योंय के विधान मंडलों द्वारा बनाई गई विधियों का विस्ता र.
246 संसद द्वारा और राज्य‍ के विधान मंडलों द्वारा बनाई गई विधियों की विषयवस्तुस.
247 कुछ अतिरिक्तऔ न्यांयालयों की स्थावपना का उपबंध करने की संसद की शक्ति.
248 अवशिष्टर विधायी शक्तियां.
249 राज्य् सूची में के विषय के संबंध में राष्ट्रीपय हित में विधि बनाने की संसद की शक्ति.
250 यदि आपात की उदघोषणा प्रवर्तन में हो तो राज्यध सूची में के विषय के संबंध में विधि.
251 संसद द्वारा अनुच्छे द 249 और अनुच्छेसद 250 के अधीन बनाई गई विधियों और राज्योंे के विधान मंडलों द्वारा बनाई गई विधियों में असंगति.
252 दो या अधिक राज्यों के लिए उनकी सहमति से विधि बनाने की संसद की शक्ति और ऐसी विधि का किसी अन्य् राज्यर द्वारा अंगीकार किया जाना.
253 अंतरराष्ट्री य करारों को प्रभावी करने के लिए विधान.
254 संसद द्वारा बनाई गई विधियों और राज्योंर के विधान मंडलों द्वारा बनाई गई विधियों में असंगति.
255 सिफारिशों और पूर्व मंजूरी के बारे में अपेक्षाओं को केवल प्रक्रिया के विषय मानना.

अध्याछय II. प्रशासनिक संबंध

साधारण
अनुच्छेशद विवरण
256 राज्यों की ओर संघ की बाध्यधता.
257 कुछ दशाओं में राज्यों पर संघ का नियंत्रण.
257क [निरसन]
258 कुछ दशाओं में राज्यों को शक्ति प्रदान करने आदि की संघ की शक्ति.
258क संघ को कृत्यज सौंपने की राज्योंर की शक्ति.
259 [निरसन]
260 भारत के बाहर के राज्य क्षेत्रों के संबंध में संघ की अधिकारिता.
261 सार्वजनिक कार्य, अभिलेख और न्याबयिक कार्यवाहियां.
जल संबंधी विवाद
अनुच्छेधद विवरण
262 अंतरराज्यिक नदियों या नदी दूनों के जल संबंधी विवादों का न्यारयनिर्णयन.
राज्योंध के बीच समन्वाय
अनुच्छेधद विवरण
263 अंतरराज्ये परिषद के संबंध में उपबंध.

भाग XII: वित्त, संपत्ति, संविदाएं और वाद

अध्याछय I. वित्त
साधारण
अनुच्छेधद विवरण
264 विधि के प्राधिकार के बिना करों का अधिरोपण न किया जाना.
265 विधि के प्राधिकार के बिना करों का अधिरोपण न किया जाना.
266 भारत और राज्योंा के संचित निधियां और लोक लेखे.
267 आकस्मिकता निधि.

संघ और राज्योंक के बीच राजस्वोंि का‍ वितरण

अनुच्छेरद विवरण
268 संघ द्वारा उदगृहीत किए जाने वाले किन्तुं राज्योंर द्वारा संगृहीत और विनियोजित किए जाने वाले शुल्कय.
269 संघ द्वारा उदगृहीत और संगृहीत किन्तु् राज्योंर को सौंपे जाने वाले कर.
270 उदगृहीत कर और उनका संघ तथा राज्योंत के बीच वितरण.
271 कुछ शुल्कोंऔ और करों पर संघ के प्रयोजनों के लिए अधिभार.
272 [निरसन]
273 जूट पर और जूट उत्पा दों का निर्यात शुल्कं के स्थाोन पर अनुदान.
274 ऐसे कराधान पर जिसमें राज्यद हितबद्ध है, प्रभाव डालने वाले विधेयकों के लिए राष्ट्रापति की पूर्व सिफारिश की अपेक्षा.
275 कुछ राज्योंप को संघ अनुदान.
276 वृत्तियों, व्यांपारों, आजीविकाओं और नियोजनों पर कर.
277 व्यातवृत्ति.
278 [निरसन]
279 “शुद्ध आगम”, आदि की गणना.
280 वित्त आयोग.
281 वित्त आयोग की सिफारिशें.

प्रकीर्ण वित्तीय उपबंध

अनुच्छेणद विवरण

282 संघ या राज्यर द्वारा अपने राजस्व. के लिए जाने वाले व्यपय.
283 संचित निधियों, आकस्मिकता निधियों और लोक लेखाओं में जमा धनराशियों की अभिरक्षा आदि.
284 लोक सेवकों और न्यारयालयों द्वारा प्राप्तक वादकर्ताओं की जमा राशियों और अन्या धनराशियों की अभिरक्षा.
285 संघ और संपत्ति को राजय के कराधान से छूट.
286 माल के क्रय या विक्रय पर कर के अधिरोपण के बारे में निर्बंधन.
287 विद्युत पर करों से छूट.
288 जल या विद्युत के संबंध में राज्योंर द्वारा कराधान से कुछ दशाओं में छूट.
289 राज्योंि की संपत्ति और आय को संघ और कराधार से छूट.
290 कुछ व्यियों और पेंशनों के संबंध में समायोजन.
290क कुछ देवस्वंम निधियों की वार्षिक संदाय.
291 [निरसन]

 

अध्याछय II. उधार लेना

अनुच्छेणद विवरण
292 भारत सरकार द्वारा उधार लेना.
293 राज्योंक द्वारा उधार लेना.

अध्याछय III. संपत्ति संविदाएं, अधिकार, दायित्वछ, बाध्य ताएं और वाद

अनुच्छेणद विवरण

294 कुछ दशाओं में संपत्ति, अ‍ास्तियों, अधिकारों, दायित्वों और बाध्ययताओं का उत्तराधिकार.
295 अन्यद दशाओं में संपत्ति, अ‍ास्तियों, अधिकारों, दायित्वोंर और बाध्यंताओं का उत्तराधिकार.
296 राजगामी या व्यदपगत या स्वाअमीवि‍हीन होने से प्रोदभूत संपत्ति.
297 राज्यम क्षेत्रीय सागर खण्ड‍ या महाद्वीपीय मग्नहतट भूमि में स्थित मूल्यदवान चीजों और अनन्यय आर्थिक क्षेत्र संपत्ति स्रोतों का संघ में निहित होना.
298 व्यातपार करने आदि की शक्ति.
299 संविदाएं.
300 वाद और कार्यवाहियां.

अध्यातय IV. संपत्ति का अधिकार

अनुच्छे द विवरण
300क विधि के प्राधिकार के बिना व्य क्तियों को संपत्ति से वंचित न किया जाना.

भाग XIII: भारत के राज्यब क्षेत्र के भीतर व्यापपार, वाणिज्यथ और समागम

भारत के संघ राज्यक क्षेत्र

अनुच्छे द विवरण

301 व्याछपार, वाणज्यि और समागम की स्व्तंत्रता.
302 व्याछपार, वाणज्यि और समागम पर निर्बंधन अधिरोपित करने की संसद की शक्ति.
303 व्याछपार और वाणिज्यव के संबंध में संघ और राज्यों की विधायी शक्तियों पर निर्बंधन.
304 राज्यों् के बीच व्यायपार, वाणिज्य और समागम पर निर्बंधन.
305 विद्यमान विधियों और राज्या के एकाधिकार का उपबंध करने वाली विधियों की व्या वृत्ति.
306 [निरसन]
307 अनुच्छेसद 301 से अनुच्छेकद 304 के प्रयोजनों को कार्यान्वित करने के लिए प्राधिकारी की नियुक्ति.

भाग XIV: संघ और राज्यों1 के अधीन सेवाएं

अध्याछय I. सेवाएं

अनुच्छे द विवरण

308 निर्वचन.

309 संघ या राज्यव की सेवा करने वाले व्याक्तियों की भर्ती और सेवा की शर्तें.

310 संघ या राज्यव की सेवा करने वाले व्याक्तियों की पदावधि.

311 संघ या राज्यव के अधीन सिविल हैसियत में नियोजित व्योक्तियों का पदच्युरत किया जाना या पंक्ति में अवनत किया जाना.

312 अखिल भारतीय सेवाएं.

312क कुछ सेवाओं के अधिकारियों की सेवा की शर्तों में परिवर्तन करने या उन्हेंा प्रतिसंहृत करने की संसद की शक्ति.

313 संक्रमण कालीन उपबंध.

314 [निरसन]

अध्याकय II.- लोक सेवा आयोग

अनुच्छेयद विवरण

315 संघ और राज्योंव के लिए लोक सेवा आयोग.

316 सदस्योंय की नियुक्ति और पदावधि.

317 लोक सेवा आयोग के किसी सदस्यक का हटाया जाना और निलंबित किया जाना.

318 आयोग के सदस्योंे और कर्मचारिवृंद की सेवा की शर्तों के बारे में विनियम बनाने की शक्ति.

319 आयोग के सदस्योंे द्वारा ऐसे सदस्यक न रहने पर पद धारण करने के सबंध में प्रतिषेध.

320 लोक सेवा आयोगों के कृत्यद.

321 लोक सेवा आयोगों के कृत्योंव का विस्तावर करने की शक्ति.

322 लोक सेवा आयोगों के व्य्य.

323 लोक सेवा आयोगों के प्रतिवेदन.

भाग XIVक: अभिकरण

अनुच्छेयद विवरण

323क प्रशासनिक अधिकरण.

323ख अन्या विषयों के लिए अधिकरण.

 

भाग XV: निर्वाचन

अनुच्छेयद विवरण

324 निर्वाचनों के अधीक्षण, निदेशन और नियंत्रण का निर्वाचन आयोग में निहित होना.

325 धर्म, मूलवंश, जाति या लिंग के आधार पर किसी व्यमक्ति का निर्वाचक नामावली में सम्मिलित किए जाने के लिए अपात्र न होना और उसके द्वारा किसी विशेष निर्वाचक-नामावली में सम्मिलित किए जाने का दावा न किया जाना.

326 लोक सभा और राज्योंक की विधान सभाओं के लिए निर्वाचनों का वयस्के मताधिकार के आधार पर होना.

327 विधान मंडल के लिए निर्वाचनों के संबंध में उपबंध करने की संसद की शक्ति.

328 किसी राज्य के विधान मंडल के लिए निर्वाचनों के संबंध में उपबंध करने की उस विधान मंडल की शक्ति.

329 निर्वाचन संबंधी मामलों में न्याायालयों के हस्तचक्षेप का वर्जन.

329क [निरसन]

भाग XVI: कुछ वर्गों के संबंध में विशेष उपबंध

अनुच्छेअद विवरण

330 लोक सभा में अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के लिए स्थाानों का आरक्षण.

331 लोक सभा में आंग्लच भारतीय समुदाय का प्रतिनिधित्वं.

332 राज्यों की विधान सभाओं में अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के लिए स्थाआनों का आरक्षण.

333 राज्यों की विधान सभाओं में आंग्लच भारतीय समुदाय का प्रतिनिधित्व‍.

334 स्थायनों के आरक्षण और विशेष प्रतिनिधित्व का साठ वर्ष के पश्चारत न रहना.

335 सेवाओं और पदों के लिए अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के दावे.

336 कुछ सेवाओं में आंग्लए भारतीय समुदाय के लिए विशेष उपबंध.

337 आंग्ले भारतीय समुदाय के फायदे के लिए शैक्षिक अनुदान के लिए विशेष उपबंध.

338 राष्ट्री य अनुसूचित जाति आयोग.

338क राष्ट्री य अनुसूचित जनजाति आयोग.

339 अनुसूचित क्षेत्रों के प्रशासन और अनुसूचित जनजातियों के कल्याटण के बारे में संघ का नियंत्रण.

340 पिछड़े वर्गों की दशाओं के अन्वेरषण के लिए आयोग की नियुक्ति.

341 अनुसूचित जातियां.

342 अनुसूचित जनजातियां.

भाग XVII: राजभाषा

अध्याछय I. – संघ की भाषा

अनुच्छेअद विवरण

343 संघ की राजभाषा.

344 राजभाषा के संबंध में आयोग और संसद की समिति.

अध्याछय II. प्रादेशिक भाषाएं

अनुच्छेअद विवरण

345 राज्ये की राजभाषा या राजभाषाएं.

346 एक राज्य‍ और दूसरे राज्यय के बीच या किसी राज्यी और संघ के बीच पत्रादि की राजभाषा.

347 एक राज्य‍ और दूसरे राज्यय के बीच या किसी राज्यी और संघ के बीच पत्रादि की राजभाषा.

अध्याछय III. उच्चरतम न्याययालय, उच्च न्या्यालयों आदि की भाषा.

अनुच्छेअद विवरण

348 उच्चछतम न्या यालय और उच्चक न्यासयालयों में और अधिनियमों, विधेयकों आदि के लिए प्रयोग की जाने वाली भाषा.

349 भाषा से संबंधित कुछ विधियां अधिनियमित करने के लिए विशेष प्रक्रिया.

 

अध्याछय IV. विशेष निदेश

अनुच्छेअद विवरण

350 व्याथा के निवारण के लिए अभ्याेवेदन में प्रयोग की जाने वाली भाषा.

350क प्राथमिक स्तकर पर मातृभाषा में शिक्षा की सुविधाएं.

350ख भाषाई अल्प्संख्य क वर्गों के लिए विशेष अधिकारी.

351 हिन्दीष भाषा के विकास के लिए निदेश.

भाग XVIII: आपात उपबंध

अनुच्छेअद विवरण

352 आपात की उदघोषणा.

353 आपात की उदघोषणा का प्रभाव.

354 जब आपात की उदघोषणा प्रवर्तन में है तब राजस्वोंि के वितरण संबंधी उपबंधों का लागू होना.

355 बाह्य आक्रमण और आंतरिक अशांति से राज्यर की संरक्षा करने का संघ का कर्तव्य .

356 राज्योंक सांविधानिक तंत्र के विफल हो जाने की दशा में उपबंध.

357 अनुच्छेकद 356 के अधीन की गई उदघोषणा के अधीन विधायी शाक्तियों का प्रयोग.

358 आपात के दौरान अनुच्छे5द 19 के उपबंधों का निलंबन.

359 आपात के दौरान भाग 3 द्वारा प्रदत्त अधिकारों के प्रवर्तन का निलबंन.

359क [निरसन]

360 वित्तीय आपात के बारे में उपबंध.

 

भाग XIX: प्रकीर्ण

अनुच्छेअद विवरण
361 राष्ट्र पति और राज्यबपालों और राजप्रमुखों का संरक्षण.

361क संसद और राज्योंऔ के विधान मंडलों की कार्यवाहियों की प्रकाशन का संरक्षण.

361ख लाभप्रद राजनीतिक पद पर नियुक्ति के लिए निरर्हता.

362 [निरसन]

363 कुछ संधियों, करारों आदि से उत्परन्न. विवादों में न्यापयालयों के हस्त क्षेप का वर्जन.

363क देशी राज्यों के शासकों को दी गई मान्य‍ता की समाप्ति और निजी थौलियों का अंत.

364 महापत्तनों और विमानक्षेत्रों के बारे में विशेष उपबंध.

365 संघ द्वारा दिए गए निदेशों का अनुपालन करने में या उनको प्रभावी करने में असफलता का प्रभाव.

366 परिभाषाएं.

367 निर्वचन.

भाग XX: संविधान का संशोधन

अनुच्छेअद विवरण
368 संविधान का संशोधन करने की संसद की शक्ति और उसके लिए प्रक्रिया.

भाग XXI:अस्थायी, परिवर्ती और विशेष प्रावधान

अनुच्छेअद विवरण
369 राज्ये सूची के कुछ विषयों के सबंध में विधि बनाने की संसद की इस प्रकार अस्था्यी शक्ति मानो वे समवर्ती सूची के विषय हों.

370 जम्मूक और कश्मीीर राज्यं के संबंध में अस्था यी उपबंध.

371 महाराष्ट्रष और गुजरात राज्योंं के संबंध में विशेष उपबंध.

371क नागालैंड राज्यर के संबंध में विशेष उपबंध.

371ख असम राज्यर के संबंध में विशेष उपबंध.

371ग मणिपुर राज्य‍ के संबंध में विशेष उपबंध.

371घ आंध्र प्रदेश राज्यक के संबंध में विशेष उपबंध.

371ड आंध्र प्रदेश में केंद्रीय विश्वबविद्यालय की स्थावपना.

371च सिक्किम राज्यम के संबंध में विशेष उपबंध.

371छ मिजोरम राज्यय के संबंध में विशेष उपबंध.

371ज अरुणाचल प्रदेश राज्यय के संबंध में विशेष उपबंध.

371-झ गोवा राज्य के संबंध में विशेष उपबंध.

372 विद्यमान विधियों का प्रवृत्त बने रहना और उनका अनुकूलन.

372क विधियों का अनुकूलन करने की राष्ट्रऔपति की शक्ति.

373 निवारक निरोध में रखे गए व्य क्तियों के संबंध में कुछ दशाओं में आदेश करने की राष्ट्र पति की शाक्ति.

374 फेडरल न्याोयालय के न्या याधीशों और फेडरल न्याुयालय में या सपरिषद हिज मेजेस्टी् के समक्ष लंबित कार्यवाहियों के बारे में उपबंध

375 संविधान के उपबंधों के अधीन रहते हुए न्या यालयों, प्राधिकारियों और अधिकारियों का कृत्ये करते रहना.

376 उच्चध न्याबयालयों के न्या याधीशों के बारे में उपबंध.

377 भारत के नियंत्रक महालेखापरीक्षक के बारे में उपबंध.

378 लोक सेवा आयोगों के बारे में उपबंध.

378क आंध्र प्रदेश विधान सभा की अवधि के बारे में विशेष उपबंध.

379-391 [निरसन]

392 कठिनाइयों को दूर करने की राष्ट्र पति की शक्ति.

भाग XXII: संक्षिप्त नाम, प्रारंभ और निरसन 

हिंदी में प्राधिकृत पाठ
अनुच्छेेद विवरण

393 संक्षिप्तृ नाम.

394 प्रारंभ.

394क हिन्दीत भाषा में प्राधिकृत पाठ.

395 निरसन.

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